राजा की अजीब शर्त : Short Stories for kids

राजा की अजीब शर्त यह एक पंचतंत्र की कहानियों में से एक ऐसी कहानी है जो आपको यह सिखाती है कि अगर आपके पास धैर्य हो तो आप क्या कर सकते हो कैसे अपनी बुद्धिमत्ता का इस्तेमाल कर किसी भी समस्या से बच सकते है पढ़े यह राजा की अजीब शर्त : Short Stories for kids हिन्दी मैं,

एक बार की बात है एक राजा जंगल में सैर करने जाते है उन्हें जंगल में एक छोटा सा नन्हा हाथी दिखता है वह हाथी बहुत आकर्षित और प्यारा था , राजा मन बना लेते है और कहते हमे यह हाथी चाहिए,

सेनापति और शिकारी मिल कर उसे पकड़ लेते है ,
और राजा को सौंप देते है ,

राजा अपने एक सहायक को कहते है इसका आपको अच्छे से ख्याल रखना है , लेकिन एक शर्त यह है कि जिसने यह सूचना दी कि हाथी मर गया है उसे अपने प्राण देने होंगे ,

सहायक : डर गया ! मगर उसने अपना सर हां में हिलाया !

वह सहायक बहुत अच्छे से उस हाथी का ख्याल रखने लगा , उसको समय पे खाना खिलता और नहलाता
बीच – बीच में राजा उस सहायक से सूचना भी लेते रहेते,

कुछ साल बाद ,

एक दिन सहायक देखता है हाथी कोई प्रक्रिया नहीं कर रहा है , उसने जब अच्छे से देखा तो पता चला हाथी तो मर गया है,

अब वह चिंतित हो गया अगर इसकी सूचना अगर राजा को पता चला तो मुझे अपने प्राण देने होंगे ,
क्या करे , कुछ समझ नहीं आ रहा था ,

वह सहायक बस यही सोच रहा था अब बस कुछ दिन की जिंदगी है मेरी , और अपने घर जाने लगा एक व्यक्ति ने उस सहायक को देखा
सहायक बहुत चिंतित लग रहा है , जब उस व्यक्ति ने पूछा तो उसने वह सारी बात बताई और यह कि राजा के शर्त के मुताबिक जो कोई भी हाथी के मरने की सूचना देगा उसे अपने प्राण देने होंगे ,

उस व्यक्ति ने थोड़ा सोचा और कहा धैर्य रखो कुछ नहीं होगा सहायक को पास बुलाया और उसके कान में बोला बस यही करना है अब  ,

अब अगले दिन उस सहायक को राजा ने हाथी की सूचना लेने के लिए बुलाया ,

राजा : सहायक ! बताओ कैसा है हमारा हाथी ,
सहायक : राजा जी , अब तो वह हाथी ना हिलता है , ना ही खाता है , और नहीं चलता , और यहां तक अपनी आंखें भी नहीं खोलता है ,

सभी दरबारी लोग सोच में पड़ गए यह सहायक क्या कह रहा है ?

राजा ( ध्यान देते हुए ) : हाथी नहीं हिलता है , नहीं चलता है और नहीं खाता है तो किया वो मर गया है !

सहायक : माफ कीजिए हुजूर , मगर यह सब तो आपको कहने की इजाज़त है , हमे नहीं !

राजा : थोड़ा सोचे और कहां , बहुत खूब हम समझ गए तुम किया कहना चाहते हो ! इस तरह अपने बुद्धिमत्ता का इस्तेमाल किया है तुमने हम तुम्हे इनाम भी देते है ,

और मंत्री से कह कर सहायक को इनाम से पुरस्कृत भी किया गया ,

कहानी से सिख :


धैर्य से सोच समझ कर किया गया काम और सोच समझ कर बोलना यह आपको वृद्धि ही देता आपके काम में जैसे उस अंजान व्यक्ति ने सहायक की मदद की और बताया धैर्य से काम लेने से बड़ी से बड़ी समस्या को टाल सकते हैं ।
केवल अच्छा सोचिए अच्छा होगा !

निष्कर्ष : 

दोस्तों, मैं आशा करता हूँ कि आपको यह ”राजा की अजीब शर्त : Short Stories for kids” शीर्षक वाली यह Short Stories कहानी पसंद आई होगी , ऐसी और भी पंचतंत्र की कहानियां ( Panchtantra ki Kahaniyan ) पढ़ने के लिए, हमारे ब्लॉग www.Sagadoor.in पर बने रहे.

Read Moral Stories for Kids

Comments

No comments yet. Why don’t you start the discussion?

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *