भूतिया सड़क

कहानी की शुरुवात होती है एक दादी मां अपने पोते और पोती को भूतिया सड़क ( Bhutiya Sadak ) और चुड़ैल की कहानी सुनाने लगती है कैसे वह खून पीती है और उस सड़क पे काफी सारी आत्माओं का वास है , जो भी व्यक्ति वह सड़क पार कर के आता है वो अकेला नहीं आता अपने साथ एक साया लाता है और धीरे धीरे वो साया उस व्यक्ति का खून पी के खत्म कर देता है ,
और धीरे धीरे उसकी प्यास बढ़ जाती है और आस पास के लोगो के खून पी कर मार देती है अगर एक साया भी उस भूतिया सड़क से आ गया तो वो अपने सभी साथियों को वहा से आजाद करने की कोशिश करेगा जिससे भूत , आत्मा और शैतान अगर आजाद हो गए तो सब बर्बाद हो जाएगा ,
तभी एक व्यक्ति कहता क्या अम्मा : यह सब सच थोड़ी होता है ,
अब अगली सुबह,
एक व्यक्ति शहर से आ रहा होता है उसे बहुत देरी हो जाती है पूजा का सामान खरीदने में उसकी बीवी जिसका नाम राधिका है वो अपने पति को बार बार फोन कर के परेशान करती है जल्दी आ जाओ , पूजा के लिए देरी हो रही है ,
बात यह है कि आज प्रशांत के मां का जन्मदिन है और इसी लिए उन्होंने ने घर में पूजा रखी है
अब प्रशांत कहता है बस आ रहा हूं पहुंचने वाला हूं ,
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आज प्रशांत को काफी देर हो गया है अब वह कुछ सोचता है और आगे बढ़ता है , और भूतिया सड़क ( Bhutiya Sadak ) का रास्ता चुन लेता है
अब वो इसी सड़क से जाता है और आधा रास्ता पार कर वो कहता है देखा कोई दिक्कत नही है इस सड़क पे बस फालतू की अफ़वा फैलाते है गांव वाले ।
थोड़ी देर चलते ही उसे एक महिला मिलती है वो हाथ देती है की गाड़ी रोकिए , गाड़ी रोकिए
प्रशांत अपनी गाड़ी को रोकता है और कहता है आप
यहां क्या कर रही है ,
महिला : मुझे देरी हो रही थी तो मेने सोचा ये रास्ता चुन लू
प्रशांत : अरे वाह! मेने भी आज यही सोचा आइए में आपको छोड़ देता हु आगे ,
दोनो गाड़ी में बैठ गए और गाड़ी में बैठ के आगे बढ़ने लगे जैसे ही प्रशांत अपने घर पहुंचा और पीछे देखा तो कोई महिला नही थी ,
वो सोच में पर जाता है की कहा गई वो महिला ?
फिर थोड़ी देर बाद यह सोचता है शायद मेरा व्यहम था ।
अब वो घर पहुंचता है तो सब उसका स्वागत करते है और पूजा शुरू होती है ।
और थोड़ी देर बाद गंगा जल सब को दिया जाता है सब ले लेते है मगर प्रशांत माना कर देता है नही लेता ।
वो कहता है : नहीं मुझे नही चाहिए दूर रखो
यह सब ,
( घर के लोग सोचते है शायद दूर से आए है तो थके है )
पूरे परिवार ने कहा आप आराम कर लीजिए।
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प्रशांत थोड़ी देर में सो जाता है और शाम को जब उठता है और शीशे में जा कर देखता है तो
ये वही महिला ( चुड़ैल ) दिखती है हमे जिसे प्रशांत ने लिफ्ट दिया था और अपने आप को शीशे में देख कर मुस्कुराने लगती है ।
अब कुछ देर बाद सब खाना खा के सो जाते है
आज दादी मां फिर से अपने पोते और पोती को उस भूतिया सड़क ( Bhutiya Sadak ) की कहानी और चुड़ैल की कहानी सुनाने लगती है कैसे वह खून पीती है और उस सड़क पे काफी सारी आत्माओं का वास है
जो भी उस सड़क से पार करता है वो अकेला नहीं आता अपने साथ एक साया लाता है और धीरे धीरे वो साया उस व्यक्ति का खून पी के खत्म कर देता है ,
और धीरे धीरे उसकी प्यास बढ़ जाती है और आस पास के लोगो के खून पी कर मार देता है अगर एक साया भी उस भूतिया सड़क से आ गया तो वो अपने साथियों को भी वहा से आजाद करने की कोशिश करेगा जिससे भूत , आत्मा और शैतान आजाद हो जाएंगे तो सब बर्बाद हो जाएगा और यह सब पहले हुआ था ,तो एक बाबा ने उस सड़क पे अपने मंत्र से तिलस्मी शक्तियों से उन्हें वही कैद कर दिया अब वो तब तक यहां नही आ सकते जब तक कोई उन्हें वहा से अपने साथ बाहर न लाए या वो किसी के शरीर में प्रवेश करेंगे तभी आ सकते है इसीलिए उस सड़क पड़ जाना मना है समझे बच्चो !
यह सब प्रशांत को अच्छा नहीं लगता है की यह कहानी सुनाएगी की तो सब सतर्क ही रहेंगे और गुस्से से जा कर सो जाता है ।
थोड़ी देर बाद जब सभी व्यक्ति सो जाते है और प्रशांत आधी रात को उठ कर अपने आस पास देखता है
और अपने पड़ोसी के घर में घुस कर सभी लोगो के खून पीने लगता है और सभी को बड़ी बेरहमी से मार देता है और दादी मां की नींद खुल जाती है और वो देख लेती है यह सब प्रशांत को करते हुए ।
दादी मां : तुम , तुम मेरे बेटे नही हो सकते , तुम
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प्रशांत के शरीर से चुड़ैल बोलती है हू, सही कहा अम्मा मगर अब और कहानी सुनाने के लिए आप जिंदा नहीं रहोगे,
और वो चुड़ैल प्रशांत के मां का खून पी जाती है और उसकी मां पूरी तरह से खून निकलने की वजह से मर जाती है
अब अगली सुबह,
सभी लोग रोने लगते है
प्रशांत : मां ये किया हो गया मां आपको ,
राधिका और बच्चे सभी रोने लगते है
अब प्रशांत अपने बीवी और बच्चो को कहता है राधिका तुम अपने मायका चले जाओ जब यहां सब ठीक हो जाए तो आना ,
राधिका : मन ही मन सोचती है यह किया हो गया है प्रशांत बहुत बदला गए है जब से कल से आए है ।
अब राधिका हा ! कह देती है
प्रशांत : अब तो खून ही खून और सभी गांव के लोगो को उस सड़क के बारे में बताना शुरू करता है ताकि उसके साथी भी उस सड़क से आजाद हो सके । उसने बताया में भी दो दिन पहले यह सड़क पार कर आया मुझे कुछ नहीं हुआ देखो अगर हम उस सड़क का इस्तेमाल करे तो हमरे लिए काम और आसान हो सकते है ,आपका समय बचेगा और आप ज्यादा काम कर ज्यादा पैसा कमा सकते है ,
अब राधिका को अपने मायके में यह सारी बात पता चलती है कि भूतिया सड़क ( Bhutiya Sadak ) पे सभी आना – जाना शुरू करने वाले है कल से है ,
अब राधिका को वो कहानी याद आती है जो उन्हे उनकी सासू मां ने सुनाया था भूतिया सड़क ( Bhutiya Sadak ) की
और वो समझ जाती है जब उसे पता चलता है प्रशांत वह सड़क पार कर आए है तो वह सतर्क रहती यह प्रशांत नहीं है ,
वो वापस गांव में आती है अपने घर बच्चो को मायका में ही छोड़ देती है
वो प्रशांत को कहती है में आ गई मेरा मन नहीं लग रहा था,
प्रशांत के अंदर की चुड़ैल: कोई नहीं अब बचोगी भी नहीं ,
राधिका : आप इधर आइए आपसे मुझे कुछ काम है और धूप में जो प्रशांत ने अपने चेहरे पे पर्दा किया था उसे हटा देती है ,
प्रशांत : यह किया कर रही हो तुम
अचानक से वो महिला का रूप आ जाता है वो चुड़ैल उससे मारने जाती है की, राधिका उसके ऊपर गंगा जल फेकने लगती है और धीरे धीरे वो जलने लगती है और उस चुड़ैल का अंत हो जाता है । जब प्रशांत आया था तो उसने गंगा जल लेने से मना कर दिया था वह इस बात का ध्यान रखते हुए गंगा जल डाल ती और वह जलने लगती है और रोने लगती है क्योंकि उनके पति अब जीवित नहीं थे ,
इसके पश्चात् वह उस सड़क के आस पास भी शुद्धिकरण करवाती है गंगा जल से
और राधिका सभी को सतर्क कर देती है न जाने के लिए उस भूतिया सड़क पे और सभी को भूतिया सड़क ( Bhutiya Sadak ) के बारे में सचेत करती सभी गांव वाले राधिका का धन्यवाद करते है और में आपका धन्यवाद करता हु अपने अगर यहां तक कहानी पढ़ी तो !
निष्कर्ष :
दोस्तों, मैं आशा करता हूँ कि आपको यह ” Hindi Horror Stories : भूतिया सड़क का खौफनाक रहस्य ” शीर्षक वाली यह चुड़ैल की कहानी ( Chudail ki kahani ) कहानी पसंद आई होगी , ऐसी और भी Hindi Horror Stories पढ़ने के लिए, हमारे ब्लॉग www.Sagadoor.in पर बने रहे.