मेरी मां
एक आधी उम्र की महिला पार्क में दौड़ना शुरू करती है , और यह फैसला करती है , वह प्रतिदान 20 किलोमीटर ( km) दौड़ना शुरू करेगी ,

आखिर ऐसा किया था जो उन्हें इस उम्र में प्रेरित किया , क्या वह दूसरे महिलाओं की तरह खूबसूरत दिखना चाहती थी ,या उनकी सेहत दिन पे दिन खराब हो रही थी या वह अपने आप को तैयार कर रही थी किसी खास अवसर के लिए ,
कुछ दिनों पहले की बात है ,

वह एक अस्पताल में जाती है , एक डॉक्टर उन्हें बताते है कि उन्हें बेटे का गुर्दा ( kidney) ख़राब हो गया है , और कोई भी देने वाला ( donor) उपलब्ध नहीं है ,
महिला : किया में अपने बेटे को अपना गुर्दा ( kidney) दान (donate) कर सकती हु,
डॉक्टर : आप कर सकती है मगर !
आप के बेटे का गुर्दा ( kidney) की समस्या एक आखिरी चरण पे है तो अगर आप किस तरह अपना अगर 20 किलोग्राम ( kg ) अपना वज़न कम कर लेती है तो आप अपना गुर्दा ( kidney) दान कर सकती है ,
तो किसी भी पुरुष ने नहीं कहा आप अपना वजन कम करिए या वह अपने सुंदरता को लेकर चिंतित नहीं थी वह बस अपने बेटे को लेकर चिंतित थी ,
तीन महीनों की लगातार मेहनत के बाद उन्होंने अपना 20 kg का वज़न कम किया और अपना एक गुर्दा ( kidney) त्याग कर अपने बेटे की जान बचाई ,
यह कहानी सच्चाई आधारित घटना पे “Mrs. Wang ” की जिन्होंने 50 की उम्र में अपना 20 kg का वज़न कम किया !
उन्होंने कहा : मुझे किसी भी चीज़ से डर नहीं लगता सिवाए मेरे बेटे के खोने के डर से !
आशा करते है आपको यह कहानी अच्छी लगी हो , धन्यवाद !
इसे भी पढ़े : बीरबल की खिचड़ी-बीरबल की बुद्धिमानी के किस्से
